Press "Enter" to skip to content

Jharkhand weather update heavy rain causes havoc many deaths dams rivers overflow imd red alert all latest news हर तरफ सिर्फ पानी; झारखंड पर आफत बनकर बरसा मॉनसून, छीन लीं कई जिंदगियां,राहत कब?, Jharkhand Hindi News

Jharkhand Weather Update:झारखंड की राजधानी रांची सहित कई इलाके ऐसे हैं जो बाढ़ की चपेट में हैं। हर ओर देखने पर सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। इस बीच अलग-अलग इलाकों से आई मौत की खबरें भी दिल तोड़ रही हैं। किसी कोने से अच्छी खबर नहीं आ रही है। बांध के अलावा नदी-नाले ऊफान पर हैं।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, रांचीThu, 19 June 2025 07:05 PM

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था,इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था…कतील शिफाई का ये शेर आज झारखंड के लिए मौजू हो गया है। मॉनसून की आस लगाए प्रदेशवासियों के लिए बारिश जैसे राहत नहीं आफत बनकर टूट पड़ी है। कहीं कच्चे मकान धराशाई हो गए तो कहीं पानी के तेज बहाव के साथ जानवरों के साथ इंसान भी बह गए। झारखंड के लोग भी मन ही मन सोच रहे होंगे कि हे खुदा… इतनी बारिश की उम्मीद तो मैंने भी न की थी। पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बरसात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। किसी कोने से अच्छी खबर नहीं आ रही है। बांध के अलावा नदी-नाले ऊफान पर हैं। मोर्चे पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) को भी तैनात कर दिया गया है। आइए आपको झारखंड पर टूटी आसमानी आफत की हर डिटेल दिए देते हैं।

बारिश ने छीन ली कई जिंदगियां

झारखंड की राजधानी रांची सहित कई इलाके ऐसे हैं जो बाढ़ की चपेट में हैं। हर ओर देखने पर सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। इस बीच अलग-अलग इलाकों से आई मौत की खबरें भी दिल तोड़ रही हैं। खूंटी जिले में भारी बारिश के कारण निर्माणाधीन कुएं के धंस जाने से उसकी मिट्टी के नीचे 22 घंटे तक दबे रहने के बाद दो स्कूली छात्रों ने दम तोड़ दिया। रांची जिले में मिट्टी का एक मकान ढह जाने के कारण 10 वर्षीय लड़की के भी मौत की खबर है। चक्रधरपुर में बारिश से एक मिट्टी का मकान गिर गया जिससे महिला की मौत हो गई तो वहीं तीन बच्चों के घायल होने की खबर है। डीपीएस रांची के शिक्षक भी पानी के तेज बहाव में बहने की खबर है। अफसोस की बात यह है कि उन्होंने कुछ देर पहले ही एक सेल्फी भी ली थी,लेकिन अगले ही पल उनके साथ यह हादसा हो गया। उनका कुछ पता नहीं चल पाया है। संगीत शिक्षक माइकल घोष अपने दो शिक्षक मित्र पंकज श्रीवास्तव और ऋत्विक सामंता के साथ गुरुवार को एक चार पहिया वाहन से करीब डेढ़ बजे जोन्हा फॉल घूमने पहुंचे थे। भारी बारिश से प्रखंड के जामुदाग पंचायत में 7 से अधिक घर गिर गए हैं। पीड़ित लोगों को रहने और खाने में काफी परेशानी हो रही है। वहीं,चान्हो के बढ़ईया में पड़ोसी की दीवार गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई।

jharkhand temple between heavy rain

डैम ने लिया विकराल रूप

झारखंड में लगातार हो रही बारिश ने डैम को भी विकराल बना दिया है। लगातार हो रही बारिश के चलते डैम का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। चांडिल डैम का जलस्तर 181.20 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे को देखते हुए बांध के 7 फाटक खोल दिए गए हैं। इसके बाद स्वर्णरेखा नदी पूरे उफान पर आ गई। स्वर्णरेखा नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बता दें कि बुधवार को चांडिल डैम का जलस्तर 179.80 मीटर पर था तथा दो फाटक खुले हुए थे। पिछले 24 घंटे में डैम का जलस्तर में 1.40 मीटर की बढ़ोतरी हुई। चांडिल डैम के जल स्तर बढ़ने से करीब आधा दर्जन विस्थापित गांव में डैम का पानी दस्तक देने लगा है।

house demolished during rain in jharkhand

एक और डैम गेतलसूद का जलस्तर भी पल-पल बढ़ रहा है। इसे देखते हुए विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है। जल पथ प्रमंडल रांची ने एडवाइजरी जारी कर गेतलसूद डैम के अधिकृत जलाशय क्षेत्र में लोगों के जाने पर रोक लगा दी है। विभाग के कार्यपालक अभियंता ने अनुसार 18 जून की सुबह जलस्तर 22.40 फीट था,जो लगातार बढ़ रहा है। यह उच्चतम जलस्तर 1936 फीट पहुंच सकता है। ऐसी स्थिति में उच्चतम जलस्तर तक अधिग्रहण क्षेत्र में किसी प्रकार अनाधिकृत निर्माण को बिना देर किए हटाने का आदेश दिया है। किसी भी समय रेडियल गेट खोले जाने के की संभावना को देखते हुए डाउन स्ट्रीम में स्वर्ण रेखा नदी के किनारे धार में ग्रामीण और पशुओं को जाने पर रोक लगा दी गई है। गुरूवार दोपहर करीब दो बजे तक जलस्तर 27 फीट के करीब पहुंच गया था,जो लगातार बढ़ रहा है। खतरे के निशान 36 फीट के बाद डैम के रेडियल गेट को खोलकर पानी बहाने की नौबत आ जाएगी। डैम में कुल सात रेडियल गेट हैं।

family in between heavy rains

अस्पतालों-घरों में घुस रहा पानी,जाएं तो जाएं कहां

राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के बेसमेंट में भी पानी भर गया है। हालात ऐसे हैं कि अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर तक में बारिश का पानी घुस गया। बारिश की रफ्तार कम होने पर सफाई कर्मचारियों को पानी निकालने में लगाया गया है। राजधानी रांची में अब बरसात का पानी घरों में घुसने लग गया है। रांची समेत इसके आसपास के इलाकों में दो दिन से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। पुलिया पानी में डूब रहे हैं तो खेत खलियान में पानी भर गया है। जलप्रपातों ने रौद्र रूप ले लिया है। इसके आसपास जाने से लोगों को मना किया गया है। गांव जलमग्न हो गए हैं तो वहीं हर गली मुहल्लों ने नदी का रूप ले लिया है। ठाकुरगांव में मूसलाधार बारिश से एकैशि महादेव मंदिर में भुर नदी का पानी उफान पर पहुंच गया है। सोनाहातू प्रखंड में लगातार हो रही बारिश से प्रखंड के सभी नदी नाले उफान पर हैं। स्वर्णरेखा नदी के उफान पर होने के चलते सतीघाट मंदिर डूब गया है। इटकी में चचगुरा से भंडरा सड़क का डाइवर्जन ही बह गया है। जिससे दर्जनों गांव के सम्पर्क टूट गए हैं। पर्यटनकर्मियों ने पर्यटकों को फॉल के करीब जाने पर रोक लगा दी है।

dam in danger scene

आगे मिलेगी राहत या कैसा रहेगा हाल?

इतनी आफत झेलने के बाद अब लोग इंद्रदेव से बस एक ही दुआ कर रहे होंगे कि किसी तरह बारिश बंद हो और चीजें सामान्य हों। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आगे का हाल कैसा रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटो के दौरान भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी की उत्तरी हिस्से पर बना निम्न दबाव क्षेत्र और व्यापक होकर झारखंड से गुजर रहा है,इससे पूरे राज्य में बारिश होने का पूर्वानुमान है। कुलमिलाकर आगे भी इससे राहत नहीं मिलने वाली है। रांची में गुरुवार के दिन 153 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं कोल्हान क्षेत्र में भारी बारिश हुई। जमशेदपुर में 247 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई ।

Source link