एक झुग्गी में एक टूटी हुई चारपाई, तीन खिलौने और एक जोड़ी छोटे नीले जूते बिखरे पड़े थे। यह उस त्रासदी का सबूत है जो जनकपुरी में एक परिवार पर कहर बनकर टूटी। गुरुवार सुबह नशे में धुत 19 साल के एक लड़के ने अपनी तेज रफ्तार कार से झुग्गी में सो रहे लोगों को रौंद दिया।
एक झुग्गी में एक टूटी हुई चारपाई, तीन खिलौने और एक जोड़ी छोटे नीले जूते बिखरे पड़े थे। यह उस त्रासदी का सबूत है जो जनकपुरी में एक परिवार पर कहर बनकर टूटी। गुरुवार सुबह नशे में धुत 19 साल के एक लड़के ने अपनी तेज रफ्तार कार से झुग्गी में सो रहे लोगों को रौंद दिया।
छह महीने की गर्भवती 25 साल की सोनी अपने पांच साल के भतीजे विशाल के साथ सड़क किनारे अपने झुग्गी में चारपाई पर सो रही थी, तभी कार ने उन्हें कुचल दिया। इस घटना में फर्श पर सो रहे उसके पति फूल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। गर्भवती सोनी और विशाल समेत तीन अन्य लोग घायल हो गए। सोनी का अजन्मा बच्चा भी बच गया है। परिवार के बिखरे सामान और टूटी हुई चारपाई के पास बैठी उसकी मां बेसुध होकर रो रही थी। “अब हमारा क्या होगा? उसके बच्चों की देखभाल कौन करेगा? मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई।”
चटनी और मसाला बनाकर गुजारा करने वाले फूल सिंह के चार बच्चे हैं। दो बेटे जिनकी उम्र करीब सात और पांच साल है। दो बेटियां जिनकी उम्र करीब 10 और दो साल है। सोनी को अपने पांचवें बच्चे को जन्म देने में तीन महीने बाकी हैं। सोनी की भाभी ने पीटीआई को बताया कि सोनी दर्द और दुख के कारण बात नहीं कर पा रही है। उसका अजन्मा बच्चा अभी सुरक्षित है। अगर उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो हमें उसके पेट में पल रहे बच्चे की जान का भी डर है।
सोनी और विशाल को बाद में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि परिवार पीढ़ियों से सड़क किनारे झुग्गी में रह रहा था। हाल ही में नाले की मरम्मत के काम के कारण सड़क के करीब चला गया था। सोनी की भाभी ने कहा कि सोनी अपने बड़े बेटे को पास बुलाती रहती है और बिना कुछ कहे उसका हाथ पकड़ लेती है। बच्चे अभी भी सोचते हैं कि उनके पिता अस्पताल में हैं। उन्हें पता ही नहीं है कि वह हमेशा के लिए दुनिया छोड़कर चले गए हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि तेज रफ्तार कार ने सबसे पहले पंखा रोड पर एक मंदिर के पास एक साइकिल सवार को टक्कर मारी। लोगों का दावा है कि कार उसे करीब 300 मीटर तक घसीटती रही। उसके बाद वह सोनी की झुग्गी में जा घुसी। पास की झुग्गी में रहने वाले 20 साल के अरुण ने कहा कि अगर कार वहां खड़ी मोटरसाइकिल से नहीं टकराती तो कई और लोगों को टक्कर मारती। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि गाड़ी में दो लोग सवार थे, जो कथित तौर पर बहुत नशे में थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने दोनों को गाड़ी से बाहर निकाला और पुलिस के हवाले कर दिया।
पश्चिम दिल्ली के डीसीपी विचित्र वीर ने एक बयान में कहा कि घटना के संबंध में जनकपुरी थाने में सुबह करीब साढ़े तीन बजे फोन आया। इसके बाद पीसीआर टीम और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल ले गई। उन्होंने कहा कि दो पीड़ितों को मृत घोषित कर दिया गया। दो अन्य का इलाज चल रहा है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वाहन को 19 साल का लड़का चला रहा था। पुलिस ने कहा कि कानूनी कार्रवाई की जा रही है। ड्राइवर को पकड़ लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।