अंकिता मर्डर केस में आज फैसला आने वाला है. उत्तराखंड की ये घटना तब सुर्खियों में रही थी, जब इसमें कुछ वीआईपी के नाम जुड़े थे. इस हाई प्रोफाइल केस में कई मोड़ आए. इस मामले में 500 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई, 97 गवाह पेश किए गए. तब जाकर घटना के दो साल बाद आज इस पर फैसला आया है. इस मामले में तीनों हत्यारोपियों पर दोष सिद्ध किये गए.
कोटद्वार की अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में आज शुक्रवार को सुनवाई हुई. इस फैसले पर पूरे देश की निगाह टिकी हुई थी. इस मामले के तीन मुख्य आरोपी हैं – पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता, तीनों को अदालत ने दोषी माना है. पुलकित आर्य वंतारा रिज़ॉर्ट का मालिक था, जहां से 18 सितंबर 2022 को अंकिता रहस्यमयी तरीके से लापता हुई थीं. बाद में उसका शव एक नहर से बरामद हुआ था. इस घटना से पूरे प्रदेश में आक्रोश फैल गया था.
पुलकित आर्य पर IPC की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य मिटाना), 354A (छेड़छाड़) और अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत आरोप तय हुए हैं. वहीं, अन्य दोनों आरोपियों पर भी हत्या और अनैतिक कार्यों में सहयोग के आरोप लगे हैं.मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी, जिसने 500 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट दाखिल की. इसमें कुल 97 गवाह नामित किए गए थे, जिनमें से अभियोजन पक्ष ने 47 गवाहों को पेश किया था. अब इस मामले में फैसला आने वाला है.
18 सितंबर 2022 को एक रिजॉर्ट से गायब हो गई थी अंकिता
ऋषिकेश के निकट वंतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता 18 सितंबर 2022 को अचानक गायब हो गई. पांच दिन बाद 24 सितंबर को ऋषिकेश के नजदीक चिल्ला नहर से अंकिता का शव बरामद किया गया था. मामला सामने आने के बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने ही उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
रिजॉर्ट मालिक और उसके साथियों ने दिया था घटना को अंजाम
जब मामले की जांच शुरू हुई तो अंकिता को गायब करने, उसकी हत्या और शव को नहर में फेंकने में पुलकित आर्य और उसके दो साथियों की सहभागिता सामने आई. शुरुआती जांच ऐसे तथ्य सामने आए, जिससे महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर सवाल खड़े कर दिए. पता चला कि रिजॉर्ट में काम करने के दौरान वहां ‘वीआईपी’ अतिथि को ‘एक्स्ट्रा सर्विस’ के लिए अंकिता को रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य ने फोर्स किया था. अंकिता ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया. इसके बाद ही विवाद शुरू हुआ था.
तीनों आरोपी हैं जेल में बंद
इसी विवाद को लेकर रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो अन्य कर्मचारियों के साथ कथित तौर पर चीला नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या कर दी थी. इस मामले का मुख्य आरोपी पुलकित और उसके दो साथी – अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर इस समय जेल में बंद हैं.
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अंकिता के पिता ने लगाए थे संगीन आरोप
अंकिता के पिता वीरेन्द्र सिंह भंडारी ने अपील की थी कि मेरे जीते जी मेरी बेटी के हत्यारों को फांसी मिले. उन्होंने VIP अजय कुमार का नाम लेते हुए आरोप लगाया था कि सरकार उसे राजनीतिक संरक्षण दे रही है और निष्पक्ष जांच में अड़चन डाल रही है और निष्पक्ष जांच में बाधा डाली गई है.यह मामला न केवल उत्तराखंड की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा चुका है, बल्कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा, सत्ता संरक्षण और न्याय प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर गहरी बहस भी छेड़ चुका है.