जम्मू-कश्मीर में मानसून की दस्तक के साथ ही जम्मू संभाग के कई क्षेत्रों में वर्षा से लोगों को राहत मिली है। नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है, वहीं, इसके उलट कश्मीर घाटी में वर्षा की भविष्यवाणी के उलट श्रीनगर समेत अधिकतर इलाकों में दिनभर धूप रही। तापमान सामान्य से कई डिग्री ऊपर बने रहने से उमस भरी गर्मी ने बेहाल किया।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने कई संवेदनशील इलाकों में वर्षा के चलते भूस्खलन तथा जलभराव की भी चेतावनी जारी की है। जम्मू में मानूसन पहुंचने का समय 28 जून है लेकिन इस वर्ष एक सप्ताह पहले ही दस्तक दे दी। रविवार सुबह पांच बजे से हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। उसके बाद सात बजे से तेज वर्षा हुई। कई दिनों से घाटी तेज गर्मी की चपेट में है।
मौसम के कड़े तेवरों को देख शिक्षा विभाग ने 23 जून से तमाम सरकारी व निजी शैक्षणिक संस्थानों में गर्मी के अवकाश की भी घोषणा की। शनिवार देर शाम कुछ इलाकों में हल्की वर्षा हुई थी।
एनजीटी का बिहार के अधिकारियों को नोटिस
एनजीटी ने बिहार में ताड़ के पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई के मामले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य से जवाब मांगा है, जो बिजली गिरने से होने वाली मौतों में वृद्धि का कारण बन रहा है।
एनजीटी ने एक समाचार रिपोर्ट के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया था, जिसमें ताड़ के पेड़ों की व्यापक कटाई का आरोप लगाया गया था, जो बिजली से संबंधित मौतों में तेज वृद्धि से जुड़ा हुआ है। बिहार में 2016 से अब तक 2,000 से अधिक लोगों की बिजली गिरने से जान जा चुकी है।