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दिल्ली में 104KM प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी, पंजाब के कई जिलों में बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट जारी

वेस्टर्न डिस्टर्बन्स के कारण दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में तेज हवा के साथ वर्षा हुई जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम वर्षा और तेज हवाएं चलने की संभावना है। बिहार पंजाब हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में भी मौसम में बदलाव देखा गया। उत्तर प्रदेश में वज्रपात और आंधी-बारिश से 30 लोगों की मौत हो गई।

जागरण, नई दिल्ली। वेस्टर्न डिस्टर्बन्स सक्रिय होने से भीषण गर्मी झेल रहे दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के अधिकतर हिस्से में शनिवार रात तेज हवा के साथ वर्षा होने से लोगों ने रविवार को राहत महसूस की।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत में 16-21 जून के दौरान अलग-अलग स्थानों पर हल्की-मध्यम वर्षा के साथ 40-50 किमी प्रति घंटे की गति वाली तेज हवाएं चलने की संभावना है।

लगातार गर्मी की मार झेल रहे लोग

लगातार पांच दिनों से भीषण गर्मी की चपेट में चल रही दिल्ली में रविवार अलसुबह ढाई बजे से साढ़े पांच के बीच 104 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चली, वहीं 42 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

विभिन्न इलाकों में ओलावृष्टि भी देखने को मिली। रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से 3.2 डिग्री कम 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने तीन दिनों के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया है।
बिहार में भी रविवार को मौसम ने करवट ली। पटना सहित आसपास इलाकों में शाम होते आंशिक बादल छाए रहने के साथ तेज हवाएं चलनी शुरू हुईं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित दक्षिणी भागों के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहने के साथ बादल के गरजने एवं छिटपुट वर्षा की संभावना है।

पंजाब का मौसम

उत्तरी भागों के अधिसंख्य भागों में 50-60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने के साथ बादल गरजने, वज्रपात को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब के चंडीगढ़, पटियाला, संगरूर में वर्षा हुई, वहीं अन्य जिलों में बादल छाए रहे।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से पंजाब के अधिकतर जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। इस दौरान हल्की से मध्यम वर्षा भी होगी। 21 जून के बाद मानसून की पंजाब में एंट्री हो सकती है।

हिमाचल में कैसा रहेगा मौसम?

हिमाचल प्रदेश में रविवार को बारालाचा, कुंजुम व रोहतांग दर्रा में जहां हल्का हिमपात हुआ, वहीं शिमला, कांगड़ा व धर्मशाला में झमाझम वर्षा हुई। प्रदेश में सबसे अधिक वर्षा कांगड़ा में 34, धर्मशाला में 16, शिमला व कुफरी में सात-सात मिलीमीटर दर्ज की गई। मौसम विभाग ने 16 जून को लाहुल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में कुछ स्थानों पर 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तूफान चलने की संभावना जताई है।
उत्तराखंड में भी कुछ क्षेत्रों में आकाशीय बिजली चमकने, वर्षा के तीव्र दौर होने और तेज हवा चलने को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चारधाम व यात्रा मार्ग पर भी बादल छाये रहने से लेकर हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।राजस्थान में रविवार को लगातार दूसरे दिन वर्षा हुई। जयपुर मौसम केंद्र ने सोमवार को प्रदेश के 11 जिलों में बारिश की संभावना जताई है।

UP में वज्रपात व आंधी-बारिश से 30 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश में पश्चिमी क्षेत्र से पूर्वांचल तक कुछ जिलों में बूंदाबांदी होने से अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट जरूर आई, मगर उमस से छुटकारा नहीं मिला है। वज्रपात, आंधी-बारिश ने विभिन्न जिलों में 30 लोगों की जान ले ली।
प्रयागराज और जौनपुर में पांच-पांच, ललितपुर, गाजीपुर, गोरखपुर, बरेली, बिजनौर में दो-दो, कानपुर देहात, कुशीनगर, शाहजहांपुर, लखनऊ, हरदोई, संभल, झांसी, जालौन, अमेठी, सोनभद्र में एक- एक मौत हुई है। दूसरी ओर, कानपुर में सात लोगों की मौत गर्मी की वजह से बताई जा रही है।मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार से अगले तीन-चार दिनों तक बारिश होने की संभावना है। लू का दौर लगभग समाप्त हो चुका है। 43.2 डिग्री सेल्सियस के साथ वाराणसी रविवार को सबसे गर्म रहा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के कई हिस्सों में मॉनसून की शुरुआत हो गई है। 18 जून को भारी वर्षा की संभावना है।

दिल्ली में कई स्थानों पर गिरे पेड़, करंट से दो की मौत

दिल्ली में रविवार तड़के आई आंधी और वर्षा के कारण कई स्थानों पर पेड़ों के गिरने से काफी नुकसान हुआ। आरकेपुरम में दो लोगों की करंट से मौत हो गई, वहीं कई स्थानों पर पेड़ गिरने से वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।पीतमपुरा में तेज आंधी से बिजली के खंभे में आग लग गई और आस पास के मकान में भी पहुंच गई। इस वजह से पार्किंग में खड़े कई कारें और दो पहिया वाहन जल गए। इसके अलावा सफदरजंग एन्क्लेव में मोबाइल टावर गिर गया। टावर एक माह पूर्व ही लगा था।

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