राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने 20 क्षेत्रीय केंद्रों पर निगरानी रखने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित किया है। इसका उद्देश्य छात्रों के प्रदर्शन का आकलन करना उपस्थिति पर नजर रखना और असफल छात्रों की संख्या को कम करना है। डिजिटल डेटा संग्रह से निगरानी में सुधार होगा और शिक्षण सामग्री की बर्बादी कम होगी। अंग्रेजी माध्यम में छात्रों का रुझान सबसे अधिक है।
चेतना राठौर,जागरण, नोएडा: राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने देशभर में संचालित 20 क्षेत्रीय केंद्रों पर निगरानी रखने विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित किया है।
क्षेत्रीय केंद्रों में शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के प्रदर्शन पर नजर रखने के साथ शिक्षा में उनके रुझान का भी आंकलन किया जाएगा। केंद्र के माध्यम से वास्तविक समय की निगरानी रखना आसान होगा।एनआईओएस के क्षेत्रीय केंद्रों पर पंजीकृत छात्रों में से रोजाना कितने उपस्थित हो रहे हैं और कितने नहीं इसका भी आंकलन किया जाएगा।
फेल होने वाले छात्रों की संख्या में आएगी कमी
जिससे फेल होने वाले बच्चों में कमी आ सके और अधिक से अधिक बच्चे उत्तीर्ण हो सकें। हालांकि अब तक पूरा डेटा मैनुअल रखा जाता था। जिससे निगरानी रखने में चूक हो रही थी। इसलिए अब डेटा डिजिटल प्रक्रिया से संग्रहित किया जाएगा।सरकार ने एनआईओएस के शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए समीक्षा केंद्र खाेलने का फैसला लिया था। इस केंद्र का उद्देश्य शिक्षक और विभागों के बीच बढ़ती दूरी को भी कम करना है।
साथ ही इस पहल से छात्र सबसे ज्यादा कौन सी भाषा में किस विषय का चुनाव कर प्रवेश ले रहे हैं इसका भी आंकलन किया जाएगा।
डेटा न होने से अधिक प्रिंट हो जाती थी शिक्षण सामग्री
अब तक संस्थान के पास छात्रों का डेटा न होने से शिक्षा सामग्री अधिक प्रिंट होने से सरकार को नुकसान पहुंच रहा था। इससे अधिक संख्या में स्टडी लर्निंग मटेरियल प्रिंट होने से बचेंगे।
अंग्रेजी भाषा का चुनाव अधिक किया जाता है
देशभर में इंग्लिश माध्यम में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या अधिक है। 14 भाषाओं में 1,274,150 अंग्रेजी,1,017,745 हिंदी,गुजराती 120866 में सबसे ज्यादा पंजीकृत छात्र हैं।
देश में संचालित केंद्रों की रियल टाइम मानिटरिंग की जाएगी। इसकी रिपोर्ट संग्रहित कर सरकार को भेजी जाएगी।
– नवीन भाटिया, सिस्टम एनालिस्ट प्रोग्रामर,एनआईओएस